गोवर्धन पूजा हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को को मनाया जाता है।
Image Source : Pinterest
इस साल गोवर्धन पूजा का शुरुआत दोपहर 13 नवंबर दिन सोमवार से लेकर 14 नवंबर दिन मंगलवार को मनाया जायगा।
Image Source : Pinterest
जैसा की आपको पता ही होगा गोवर्धन पूजा का शुभ आरम्भ दीपावली के त्यौहार के समाप्ति के साथ ही होता है।
Image Source : Pinterest
गोवर्धन पूजा का त्यौहार भारत के विभिन्न राज्यों में अलग अलग तरीके से बहुत ही धूम धाम के साथ मनाया जाता है।
Image Source : Pinterest
भारत के कुछ राज्यों में इसे अन्नकूट (अनाज का ढेर), पड़वा, गोवर्धन पूजा, बाली प्रतिपदा, बाली पधामी और कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के रूप में भी मनाया जाता है।
Image Source : Pinterest
पूरे उत्तर भारत में गोवर्धन पूजा के त्यौहार का बड़ा ही विशेष महत्व है क्योंकि इस पूजा के समाप्ति के साथ ही छठ पूजा के पावन त्यौहार का शुभ आरम्भ शुरू हो जाता है।
Image Source : Pinterest
ऐसे में बहुत सारे लोगों के मन में सवाल यह आता है की आखिर गोवर्धन पूजा का त्यौहार क्यों मनाया जाता है और इसका क्या महत्व है।
Image Source : Pinterest
हिंदू धर्म ग्रन्थ के अनुसार जब भगवान श्रीकृष्ण जी ने इस धरती पर मनुष्य रूप में अवतार लिया था और उनका अवतार लेने का मुख्य उद्देश्य यह था की धरती पर जितने भी पापी और राक्षस है उनका विनाश करना।
Image Source : Pinterest
भगवान श्रीकृष्ण जी ने इसके अलावा भी समय-समय पर अपनी लीला के माध्यम से कई देवी-देवताओं के घमंड को भी चूर चूर किया था।
Image Source : Pinterest
भगवान श्रीकृष्ण जी ने इंद्र देव जी के प्रकोप से होने वाली लगातार बारिश और बाढ़ से खेती और गाय चराने वाले गाँव वालो को बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत उठया था। इसके बाद से ही गोवर्धन पूजा का त्यौहार मनाया जाता है।